उपजिलाधिकारी विकास मित्तल ने मंगलवार सुबह 9:15 बजे शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उनके अचानक पहुंचने से स्वास्थ्य कर्मियों में खलबली मच गई।

शहाबगंज,चंदौली। उपजिलाधिकारी विकास मित्तल ने मंगलवार सुबह 9:15 बजे शहाबगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उनके अचानक पहुंचने से स्वास्थ्य कर्मियों में खलबली मच गई। सबसे पहले उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर की जांच की, जिसमें 14 कर्मचारियों के नाम दर्ज थे। हालांकि, मौके पर केवल एलटी अमरनाथ और वार्ड ब्वॉय हरिद्वार उपस्थित मिले। सफाई कर्मचारी साजन कुमार का नाम रजिस्टर में दर्ज नहीं था। इस लापरवाही पर एसडीएम ने नाराजगी जताई।निरीक्षण के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इलिया पर डॉ. चंद्रगुप्त से दवा स्टॉक, ओटी रूम, लेबर रूम और पैथोलॉजी सेंटर की स्थिति के बारे में जानकारी ली गई। अस्पताल में उपस्थित मरीजों से बातचीत में पता चला कि वे सुबह 9 बजे से इंतजार कर रहे थे, लेकिन न तो उनकी पर्ची बनी थी और न ही किसी डॉक्टर ने उन्हें देखा था।

महिला वार्ड का निरीक्षण करते हुए एसडीएम ने बच्चों के टीकाकरण की जानकारी स्टाफ नर्स प्रिया कौशल और एनएम आशा यादव से ली। जगह की कमी की समस्या जानने के बाद उन्होंने अर्धनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया, लेकिन गेट पर ताला बंद होने के कारण वापस लौटना पड़ा एसडीएम ने डॉ. चंद्रगुप्त को निर्देश दिया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी उपस्थिति रजिस्टर सहित कार्यालय में प्रस्तुत हों। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि अस्पताल का संचालन सुबह 8 बजे से होना चाहिए, लेकिन 9:15 बजे तक केवल पांच कर्मचारी ही उपस्थित थे, जबकि रजिस्टर में 14 नाम दर्ज थे। उन्होंने फर्जी उपस्थिति दर्ज करने की इस समस्या की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजने की बात कही।