विभागीय लापरवाही के चलते जनकपुर माइनर पड़ी उपेक्षित।………जनकपुर माइनर की समुचित सफाई न होने से किसानों में आक्रोश।

पत्रकार प्रशान्त कुमार की रिपोर्ट
चन्दौली शहाबगंज सैदूपुर,20जून। धान की रोपाई हेतु किसानों ने नर्सरी डालना शुरू कर दिया लेकिन विभाग की लापरवाही ऐसी कि अभी तक नहरों में पानी छोड़ने की बात कौन कहे नहरों की समुचित मरम्मत और साफ सफाई तक नहीं हो पाई जिससे किसानों को इस कड़ी धूप और गर्मी में कठिन परिश्रम करना पड़ रहा है

जिससे किसानों में अत्यधिक रोष व्याप्त है। तत्काल प्रभाव से यदि नहरों की मरम्मत और सफाई का कार्य त्वरित गति से नहीं होता है तो किसान आंदोलन के लिए मजबूर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेवारी व जवाबदेही शासन व संबंधित विभाग की होगी। उक्त बातें किसानों से मिलने के बाद जन सचेतक मंच के नेता व एआईपी एफ. पार्टी के जिलाध्यक्ष अखिलेश दूबे ने कही।

सिंचाई विभाग की लापरवाही का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जनकपुर माइनर जो लतीफशाह बीयर से निकलती है ,बार बार कहने के बाद भी आज तक उसकी समुचित सफाई नहीं हो सकी।जनकपुर माइनर का दक्षिणी बैंक हेड से लेकर टेल तक बिल्कुल जर्जर हालत में पड़ा हुआ है और उसके हेड पर ही घास और मिट्टी का अंबार है बावजूद इसके विभाग निष्क्रिय पड़ा हुआ है।

श्री दूबे ने आगे कहा कि राइट कर्मनाशा कुछ पुलियों के निर्माण पर काम तो लगा है लेकिन काम में इतनी सुस्ती है कि मानसून सक्रिय होने के बाद भी 50 प्रतिशत कार्य भी पूरा नहीं हो पाया जबकि किसानों के लिए पानी की जरूरत आन पड़ी है। उन्होनें उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय जन प्रतिनिधियों से सिंचाई विभाग द्वारा की जा रही इन लापरवाहियों पर गंभीरता पूर्वक ध्यान देने और किसानों की सिंचाई जरूरतों को देखते हुए तत्काल प्रभाव समस्त नहरों माइनरों की मरम्मत व साफ सफाई का काम तय समय सीमा के अंदर सुचारू रूप से कराने और आवश्यकतानुसार नहरों में पानी छोड़ने का आग्रह किया।

उक्त वार्ता के क्रम में मृत्युंजय पाण्डेय, सत्य प्रकाश द्विवेदी, विनीत,राममूरत पासवान,विनोद श्रीवास्तव,रवि प्रकाश राजभर,बबलू यादव,गोपाल प्रकाश सिंह,राम किशुन राम आदि लोग उपस्थित रहे।