शाम होते ही जेई साहब हो जाते हैं शराब के नशे में चूर, ग्रामीण अँधेरे में रहने को मजबूर…

अरविंद सिंह मौर्य शिकारगंज/चकिया 8850543166
चंदौली: तहसील के चकिया ब्लॉक में बिजली विभाग की लापरवाही और जागेश्वरनाथ जूनियर इंजीनियर जय प्रकाश की मनमानी ने जनता की नींदें उड़ा दी हैं। दिनांक 21 जून को अमरा फीडर कि 07:30 बजे बिजली गुल हुई और 09:00 बजे तक बिजली नही आई ऐसे में अलीपुर भगड़ा के पत्रकार अरविंद सिंह मौर्य ने जब जेई जय प्रकाश को फोन लगाया तो जेई जय प्रकाश शराब के नशे में धुत बद्तमीजी करते नजर आए, जब जेई से बिजली कब आएगी पूछा गया तो तुम्हारे बाप का नौकर हूँ जो तुमको बताउंगा की बिजली कब आएगी कहते हुए फोन काट दिया गया,
एक तरफ मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी कहते है कि ग्रामीण क्षेत्रो में निर्बाध 18 घण्टे बिजली सुचारू रूप से दी जाएगी ऐसे में सम्बंधित जेई अपनी जिमेदारी से पल्ला झाड़ शाम होते ही शराब के नशे में धुत हो जाते हैं
जब जनता ने बार-बार JE से संपर्क करने की कोशिश की, तो महाशय ने न फोन उठाया, न जवाब दिया। और जब उठाया, तो साफ-साफ बदतमीजी से चिल्लाकर बात की। क्या यही है जनता के सेवक का व्यवहार ?
रात मे 3 घंटे अंधेरे में तड़पती रही जनता
रात के 07:30 बजे मरम्मत की औपचारिकता शुरू हुई और रात 10 बजे जाकर कहीं बिजली आई। तब तक गांव के बच्चे पसीने में बिलबिलाते रहे, मरीज अंधेरे में तड़पते रहे और रोज़ कमाने-खाने वाले परेशान होते रहे।
हर दिन की कहानी बन चुकी है बिजली की किल्लत
स्थानीय लोगों का आरोप है कि JE की लापरवाही नई बात नहीं है। रोजाना 13-14 घंटे ही बिजली मिलती है, जबकि सरकार 18 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा करती है। अवैध कनेक्शन ओवर लोड का हवाला देकर मनमाने ढंग से रोजाना 6-7 घण्टे बिजली की कटौती कि जाती है,लेकिन जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं।
सूत्रों की माने तो जागेश्वरनाथ के SSO रात में ड्यूटी के दौरान सो जाते हैं, दसियों बार फोन करने पर उनका फोन नही होता है रिसीव….
उपभोक्ताओं का फूटा गुस्सा, प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि मनमानी करने वाले JE पर कड़ी कार्रवाई की जाए और बिजली व्यवस्था में सुधार लाया जाए। लोगों का साफ कहना है कि अगर जल्द व्यवस्था नहीं सुधरी, तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा।
सवालों के घेरे में बिजली विभाग
JE जय प्रकाश आखिर जनता के फोन क्यों नहीं उठाते?
रोज़ाना घंटों बिजली क्यों काटी जाती है?
प्रशासन कब तक आंख मूंदे रहेगा?
“बिजली के नाम पर अंधेरे में क्यों रखा जा रहा शिकारगंज अलीपुर भगड़ा सहित 16 गाँव?”
अब जनता चुप नहीं बैठेगी, विभाग को जवाब देना पड़ेगा