दलित परिवार जर्जर कच्चे मकान में जान जोखिम में डालकर रहने को विवस हैं।

दलित परिवार जर्जर कच्चे मकान में जान जोखिम में डालकर रहने को विवस हैं।
पत्रकार प्रशान्त कुमार की रिपोर्ट
चन्दौली सकलडीहा ।क्षेत्र के आलमपुर गांव सभा अंतर्गत मुस्तफापुर गांव में दलित परिवार जर्जर कच्चे मकान में जान जोखिम में डालकर रहने को विवस है। पिछले वर्ष बरसात में दैवीय आपदा या किसी अनहोनी को देखते हुए तहसील और ब्लॉक द्वारा इस परिवार को विद्यालय में शरण दे रखी थी। लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी परिवार को अभी तक आवास मुहैया नहीं हो पाया।एक बार फिर बरसात में परिवार के ऊपर संकट के बादल मडरा रहे हैं।

शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास, मुख्यमंत्री जीरो पावर्टी के तहत पत्रों का चयन कर आवास मुहैया कराने का फरमान अधिकारियों को जारी किया गया है। लेकिन हकीकत यह है कि तमाम गांव में गरीब परिवार अभी भी झोपड़पट्टी,जर्जर कच्चे मकान, तिरपाल के नीचे जान जोखिम में डालकर निवास करने को मजबूर है। लेकिन अधिकारियों द्वारा लंबे समय से सर्वे करने का काम ही पूरा अभी तक नहीं हो पाया।
कमोवेश यही हालात मुस्तफापुर गांव निवासी दलित सुदामा व अवधेश दोनों भाइयों की बनी हुई है। इसमें सुदामा अपनी पत्नी सविता, पुत्री अंजली, अनु व पुत्र मनीष व लकी ।वही अवधेश पत्नी अनीता, पुत्र युवराज व पुत्री अर्पिता के साथ अत्यंत जर्जर कच्चे मकान में रहकर मजदूरी किसी प्रकार परिवार का जीवन यापन करने को मजबूर है। लेकिन लाचार विवस यह परिवार जान जोखिम में डालकर इस मकान में निवास कर रहा है।

पिछले वर्ष बरसात के समय दैवीय आपदा व घटना की आशंका को देखते हुए मौके पर पहुंचे तत्कालीन तहसीलदार,नायब तहसीलदार, लेखपाल ,बीडीओ द्वारा इन परिवार को विद्यालय में शरण दे रखी थी। यहां तक की परिवार को राशन भी उपलब्ध कराया गया था।
उस वक्त अधिकारियों द्वारा बरसात के बाद आवास मुहैया कराने का भी आश्वास दिया गया था। लेकिन बरसात समाप्त होने के बाद यह ठंडे बस्ते में चला गया। एक बार फिर यह परिवार प्रधान प्रतिनिधि श्याम नारायण यादव से आवास को लेकर गुहार लग रहा है। परिवार को हमेशा कच्चा मकान गिरने का भय बना रहता है।

मुख्यमंत्री जीरो पॉवर्टी के तहत ब्लॉक में कोई पात्र नहीं पाया गया। इसमें मुसहर, विकलांग और 45 वर्ष से ऊपर की विधवा को चयनित करना है। अगर सचिव द्वारा सूची उपलब्ध कराई जाएगी तो आवास मुहैया कराया जाएगा।
विजय सिंह
खंड विकास अधिकारी सकलडीहा।
अगर पात्र व्यक्ति ग्राम प्रधान के लेटर पैड पर लिखवाकर मेरे पास प्रार्थना पत्र देता है तो लेखपाल के माध्यम से जांच कराकर अनुदान के साथ-साथ आवास भी दिलवाने का काम किया जाएगा।