पेड़ की डाली गिरने से दबे प्रमोद राम, ट्रॉमा सेंटर जाते समय रास्ते में हुयी मौत

ट्रॉमा सेंटर पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसके मौत की पुष्टि की। सूचना पर वाराणसी के लंका थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव का पंचनामा कर पीएम हेतु चंदौली स्थित जिला अस्पताल भेज दिया। प्रमोद के मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
पत्रकार प्रशान्त कुमार की रिपोर्ट
पेड़ की डाली गिरने से दबे प्रमोद राम, ट्रॉमा सेंटर जाते समय रास्ते में हुयी मौत
ट्रॉमा सेंटर पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसके मौत की पुष्टि की। सूचना पर वाराणसी के लंका थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव का पंचनामा कर पीएम हेतु चंदौली स्थित जिला अस्पताल भेज दिया। प्रमोद के मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
बरगद के पेड़ के नीचे आराम फरमा रहे थे प्रमोद राम
अचानक टूटी डाली नीचे दबने से हो गई मौत
मौत परिजनों में मचा कोहराम
चंदौली जिले की चकिया कोतवाली अंतर्गत सुल्तानपुर गांव में बुधवार की दोपहर में बर्षो पुराने बरगद के पेड़ के नीचे आराम कर रहे प्रमोद राम 35 वर्ष के ऊपर पेड़ की डाली टूट कर गिर गई। जिससे उसके नीचे दबने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के बाद आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंच गए और टूटी डाली को हटाकर घायल को बाहर निकाला। जहां हालत गंभीर देख इलाज हेतु चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय ले गए, लेकिन स्थिति गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। इलाज के लिए जाते वक्त रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
ट्रॉमा सेंटर पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसके मौत की पुष्टि की। सूचना पर वाराणसी के लंका थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव का पंचनामा कर पीएम हेतु चंदौली स्थित जिला अस्पताल भेज दिया। प्रमोद के मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
सुल्तानपुर गांव निवासी मजदूर प्रमोद को 7 वर्षीय पुत्र आनंद तथा 10 वर्षीय पुत्री आंचल और 5 वर्ष अन्नू दो बेटियां थी। मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करने वाले प्रमोद की मौत से पत्नी किरन और बच्चों के ऊपर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। पति के मौत के बाद पत्नी किरन के ऊपर बच्चों के परवरिश की पूरी जिम्मेदारी आ गई है।
मृतक की किरण ने सरकार आर्थिक सहयोग की माँग की है,