
अरविंद सिंह मौर्य
चंदौली मुगलसराय जी आपको बताते चलें कि शुक्रवार दोपहर में रॉन्ग साइड से तेज रफ्तार 102 एंबुलेंस के चालक ने एक हाइड्रा में टक्कर मार दी जिसमें किसी को कोई चोट तो नहीं आई है लेकिन सवाल ये उठता है कि लोगों की जिंदगी बचाने वाला एम्बुलेंस चालक शराब के नशे में गाड़ी चलाएगा तो ऐसे मामले होना स्वाभाविक हैं,
वही सूत्र बता रहे हैं कि एम्ब्युलेंस चालक फर्जी केस लेकर निकला था कोई इमरजेंसी नही थी, क्योंकि पिसीआर रजिस्टर में जिस कॉलर का मोबाईल संख्या को अंकित किया गया है उस नं0 पर इनकमिंग की सुविधा नहीं है जबकि आउटगोइंग के समाप्त होने के बाद भी लगभग 1 हफ्ते तक इनकमिंग शुरू रहती है,
लेकिन यहाँ मामला उलट है जिसकी वजह से गम्भीर जांच का विषय बना हुआ है अब देखना यह है कि चंदौली सीएमओ व उच्च अधिकारी किस तरह से मामले की जांच कर और क्या कार्रवाई करते हैं क्योंकि यह कोई पहला मामला नहीं है पूरे जनपद में ऐसे तमाम फर्जी केस हो रहे हैं और फ्यूल बनाने के लिए एम्ब्युलेंस चालक स्वयं फर्जी कॉल लगाकर एम्ब्युलेंस को बुक करते हैं जिसकी वजह से कई मरीजों जैसे गर्भवती महिलाएं. बच्चे व बजर्गों को एम्ब्यलेंस नही मिलने की स्थिति में भारी संकट का सामना करना पड़ता है
