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जिम्मेदारों की लापरवाही से हो रही हरे पेड़ों की कटाई

जिम्मेदारों की लापरवाही से हो रही हरे पेड़ों की कटाई

चकिया चन्दौली – वन विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। इसके बाद भी विभाग वन माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। इसके अलावा प्रशासन भी इस तरफ अनदेखी कर रहा है।

हर वर्ष शासन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाता है। इस पर शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं जबकि उसकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग ही लापरवाही बरतते हैं।
इस समय तहसील क्षेत्र में फलदार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इसके अलावा किसान भी खेतों की मेढ़ पर लगे हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। किसान बिना अनुमति के फलदार पेड़ों को काटकर ठेकेदारों को बेच देते हैं। इससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है।
ताजा मामला चकिया तहसील के सोनहुल क्षेत्र का है कल बीते मंगलवार के दिन सोनहुल आरा मशीन के बगल में दि 0 11/3/25 को एक लकड़ी तस्कर ने 2 बड़े फलदार पेंड़ आम व जामुन का हरा पेड़ काट दिया था। सूचना पर क्षेत्रीय दरोगा रामअशीष भारती मौके पर पहुंचे। किन्तु अभी भी कार्यवाही करने से कतराते नजर आ रहे हैं क्योंकि मौके से ना ही लकड़ी तस्कर पकड़े गए और ना ही लकड़ी काटने का कोई औजार जब्त किया गया, यहाँ तक कि काटे गए दोनों पेंड़ भी वन विभाग ने अपने कब्जे में नहीं लिया, सूत्रों की माने तो मामले को कुछ दिन टालकर ठण्डा होने के उपरांत तस्करों से मिलकर लकड़ी उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा,इसी तरह लगभग 1 महीने पहले चंद्रप्रभा रेंज तहसील चकिया के ग्राम अलीपुर भगड़ा में एक व्यक्ति ने 2 हरे आम का पेड़ कटवा दिया था। जिसकी शिकायत पर डीएफओ दिलीप श्रीवास्तव ने कार्यवाही का आश्वाशन दिया किन्तु इसके बाद कार्यवाही को दबा दिया गया। क्योंकि उस मामले में भी कोई जब्तीकरण या अभियोग नहीं दर्ज किया गया था,जिससे अब वह जिम्मेदार पर्यवेक्षकों के ऊपर से भरोषा उठने लगा है

पेड़ काटने वालों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण इस पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। वन माफियाओं पर रोकथाम नहीं होने के कारण जहां कभी घना जंगल हुआ करता था, वहां पर अब ठूंठ ही नजर आते हैं। सूत्रों की मानें तो इस समय चकिया व चंद्रप्रभा रेंज के क्षेत्रों में सागौन के अलावा आम, इमली, बबूल, जामुन, बरगद, नीम व शीशम प्रजाति के पेड़ों की कटाई धड़ल्ले से जारी है। इन पेड़ों की हो रही कटाई से वन क्षेत्रों को भारी नुकसान हो रहा है।

इस संबंध में वन रेंज चीफ श्री सुमित मिश्रा जो को फोन पर अवगत कराया गया जिसपर उनका कहना है कि हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध है। यदि कहीं अवैध रूप से कटाई की जाती है तो उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उक्त के क्रम में उपजिलाधिकारी चकिया दिव्या ओझा से फोन पर जानकारी साझा की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है सम्बंधित को जाँचकर कार्यवाही हेतू निर्देश दिया गया है
अब देखना है कि वन चीफ के द्वारा दिए गए आश्वाशन को विभाग अमल में लाता है या हर बार की तरह इस बार भी लीपापोती की जाएगी…

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